योग के विभिन्न आसन के लाभ जानिए

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योग भारत की प्राचीन पद्धति है | योग के द्वारा मन , शरीर और आत्मा को एक रूप किया जाता है | योग  शारीरिक और मानसिक रूप से आपको स्वस्थ बनाते है | और आपको आत्मिक शांति प्रदान करते है | योग करने से निराशा भरे जीवन में फिर से उत्साह का संचार होता है | योग करने से शिथिल यानि की ढीले पड़े अंगो में फिर से उत्साह का संचार होता है | जो लोग रोजाना योग व्यायाम करते है वे औरो की तुलना में अधिक स्वस्थ और तंदरुस्त  है | आप रोजाना योग व्यायाम करके अपनी बढ़ती उम्र के प्रभावों को भी रोक सकते है और अधिक वर्षों तक जवान बने रह सकते है | आज हम आपको योगासन के कुछ प्रकार और उनके फायदों के बारे में बताएंगे | 

सूर्य नमस्कार 

सूर्य नमस्कार पुरे शरीर का योगासन है | रोजाना सूर्य नमस्कार करने से आप स्वस्थ और निरोगी बने रहते है |  सूर्य नमस्कार की प्रक्रिया को बारी बरी से दायें और बायें पैर से किया जाता है | 

शीर्षासन 

शीर्षासन में सर के बल खड़े होकर किया जाता है | इस प्रक्रिया में रक्त का संचरण दिमाग की और जाता है | जिसके कारन आपकी स्मरण शक्ति बढ़ती है | और साथ ही शीर्षासन करने से आपका पाचन तंत्र भी ठीक रहता  है | 

ताड़ासन 

इस आसान में शरीर को ताड यानि की पेड़ की तरह खड़ा किया जाता है | इसमें हाथो को सीधा खड़ा किया जाता है | और  पुरे  शरीर  को खीचना होता है | इससे आपकी मांसपेशियों पर दबाव बनता है और आपके हाथ और पैर मजबूत होते है | 

सर्वांगासन 

इस आसन में सभी अंगो का व्यायाम हो जाता है इसलिए इसे सर्वांगासन कहते है | इस आसान में सबसे पहले पीठ के बल लेट जाये | अब धीरे धीरे दोनों पांवो को आसमान की और ऊपर उठाते जाये अब अपने दोनों हाथो को पीठ की और लगा ले | और पांवो को सीधा खड़ा कर ले | केवल आपका सर और कंधे ही जमीन को लगे रहे | अब इस स्थिति में जितनी देर हो सके उतनी देर बने रहे |  इस आसान को करने से थाइराइड में लाभ मिलता है | साथ ही दमा, मोटापा और दुर्बलता भी दूर होती है | 

शवासन 

इस आसान में शरीर को बिलकुल शिथिल यानि की ढीला छोड़कर बिलकुल मुर्दे के समान छोड़ दिया जाता है इसी कारन से इसे शवासन कहा जाता है | इस आसान में पीठ के बल सीधा लेट जाये | और थोड़ी देर के लिए साँस रोक कर रखे | इस आसान को करने से मानसिक तनाव दूर होता है | और शरीर को स्फूर्ति मिलती है | 

हलासन 

इस आसन में खेती में काम आने वाले हल जैसी आकृति बनने के कारन इसे हलासन कहते है | इस आसन में सीधे लेट जाये इसके बाद अपने दोनों पांवो को उठाते हुए और कमर को मोड़ते हुए दोनों पांवो को अपने सर के ऊपर से ले जाते हुए उसे सर से आगे की और रखे | इस  दौरान आपके दोनों हाथ जमीन से सटे रहेंगे | इस आसन को  करने से आपकी रीढ़ की हड्डी लचीली बनी रहती है | और लम्बी उम्र तक भी वृद्धावस्था के लक्षण दिखाई नहीं देते है | 

वज्रासन 

इस आसन को ध्यान करने के लिए और मन की चंचलता को दूर किया जाता है | लेकिन इसका सबसे अधिक फायदा है पेट सम्बन्धी विकारो जैसे , गैस, एसिडिटी, अपचन जैसी समस्याएं इस आसान को रोजाना करने से दूर होती है | इस आसन को रोजाना  भोजन करने के 10 से 15 मिनिट बाद करना चाहिए | इससे आपका भोजन अच्छे से पचता है | इसके लिए घुटनो को मोड़कर उन पर बैठ जाये | इस दौरान आपके कूल्हे आपके पैरो के पंजो पर होंगे | कमर को बिलकुल सीधा रखे और  5 से 10 मिनिट तक इस अवस्था में बैठे रहे | इससे आपको पेट सम्बन्धी सभी समस्याओं में लाभ मिलेगा | 

पद्मासन 

शरीर को स्वस्थ रखने और ध्यान एकाग्र करने के लिए पद्मासन किया जाता है | इस आसान को  करने से शरीर में रक्त का संचरण सुचारु रूप से चलता है | और तनाव और अवसाद की स्थिति में इस आसन को करने से फायदा मिलता है | इस आसान को करने के लिए बैठ जाये और अपने दाहिने पंजे को घुटनो से मोड़कर बायीं जांघ पर रखें और बायें पंजे को दाहिनी जांघ पर रखे | अब आँखे बंद करके कमर को सीधा रखे और ध्यान को एकाग्र करें | इस स्थिति में जितनी अधिक से अधिक देर बैठने की कोशिस करें | 

मत्स्यासन 

इस आसान में शरीर की स्थिति मछली की जैसी होती है इसलिए इसे मत्स्यासन कहा जाता है | इस आसान को करने के लिए पद्मासन की स्थिति में बैठ जाये | और अब धीरे धीरे पीठ के बल लेट जाये | पैरों की पद्मासन की स्थिति बनी रहे | अब कोशिश करे अपने पीठ को उठाने की | इससे आपके सर और कूल्हे तो जमीन से लगे रहेंगे और शरीर के बीच का हिस्सा हवा में होगा | इस आसान को बहुत सावधानी से करना चाहिए | अगर आपकी गर्दन में दर्द रहता है,  तो इस आसान को ना करें | इस योग को करने से आँखों की रौशनी बढ़ती है \ दमा  और पेट के रोग दूर होता है | साथ ही मत्स्यासन करने से आपके रक्त का संचरण सही होता है जिसके करना त्वचा के रोग नहीं होते है | 

वक्रासन 

इस आसान में शरीर की स्थिति टेढ़ी होती है, इसलिए इसे वक्रासन कहते है | इस आसान को करने से पेट की चर्बी तेजी से कम होती है जिससे की मोटापा कम होता है |  इस आसान को करने के लिए अपने दोनों पांवो को सामने की और सीधा करके बैठ जाये | अब अपने दाहिने पांव को उठाकर बायें पैर के घुटने के पास बाहर की और रख लें | अब  दाहिने पैर के पंजे के ऊपर अपना बायां हाथ का पंजा रख लें | अब अपने सीने को दाहिने और घूमते हुए पीठ के पीछे देखने की कोशिश करें | अपना दाहिना हाथ पीठ की और रखे | अब इस स्थिति को पैर बदलकर करें | इस आसन को करने से आपका शरीर लचीला बनता है,  और मोटापा दूर होता है | 

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