घर में बच्चे खेले यह कौन नहीं चाहता, घरो में बच्चों की किलकारियां गूंजे ऐसा मन सभी पैरेंट्स का होता है लेकिन कई बार कुछ ऐसी प्रॉब्लम होती है जिसकी वजह से कुछ महिलायें माँ नहीं बन पाती है | जिसे की बाँझपन की समस्या कहा जाता है |
ऐसे में निराश दम्पति इसके इलाज के लिए बहुत पैसे खर्च करते है ऐसे में कुछ महिलाओं की समस्या तो ठीक हो जाती है लेकिन इसके बावजूद भी कई महिलायें कभी माँ नहीं बन पाती | लेकिन अब विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है | और विज्ञान की नई नई तकनीकों के जरिये संतान प्राप्ति संभव है |
इन्ही में से एक है सेरोगेसी जो की संतान प्राप्ति के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प है | और जो महिलाय माँ नहीं बन पाती उनके लिए यह वरदान की तरह है और इससे उनकी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है | तो आइये जानते है सेरोगेसी क्या है , और किस तरह से इससे संतान प्राप्ति होती है |
सेरोगेसी क्या है ?
सेरोगेसी एक एग्रीमेंट होता है , जिसमें कोई शादीशुदा कपल अपने बच्चे को पैदा करने के लिए किसी अन्य महिला की कोख किराये पर लेता है | कई बार कई तरह की दिक्कतों के कारन महिला प्रेगनेंट नहीं हो पाती है |
जिसकी वजह या तो महिला के गर्भाशय में किसी तरह का संक्रमण होना या कई बार बार बार होने वाले गर्भपात होता है | इसके अलावा कई बार इलाज और आई वि एफ तकनीक से भी बच्चा पैदा करने में सफलता नहीं मिल पाती है | ऐसे में बच्चा पैदा करने के लिए शादीशुदा कपल महिला की कोख को रेंट पर लेता है |
सेरोगेसी 2 प्रकार की होती है ट्रेडिशनल सेरोगेसी और जस्टेशनल सेरोगेसी
ट्रेडिशनल सेरोगेसी
ट्रेडिशनल सेरोगेसी में शादीशुदा कपल में से पुरष पार्टनर के शुक्राणु लेकर उसे सेरोगेट मदर के अंडाणुओं के साथ निषेचित किया जाता है | इसमें होने वाले बच्चे का जेनेटिक सम्बन्ध केवल पिता से ही होता है |
जेस्टेशनल सेरोगेसी
यह दूसरी प्रक्रिया है जो की आज के समय में अधिक प्रचलित है क्युकी इसमें होने वाले बच्चे का जेनेटिक सम्बन्ध माँ बाप दोनों से होता है | इसमें सबसे पहले बच्चे की चाह रखने वाले माता पिता दोनों के शुक्राणु और अंडाणु को परखनली से मेल करवाकर फिर भ्रूण को सेरोगेट मदर की बच्चेदानी में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है |
सेरोगेसी के लिए भारत रहा है प्रचलित
पिछले कुछ सालों से भारत सेरोगेसी के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध रहा है | दुनिया भर में हर साल 500 सेरोगेसी के मामलों में से 300 तो भारत में ही होते थे | सेरोगेसी के लिए भारत की कई जगह प्रसिद्ध रही है जिनमे सबसे मुख्य आनंद जो की अमूल के कारन प्रसिद्ध है | इसके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र के कई और स्थान भी प्रसिद्ध रहे है |
यहाँ भारत से ही नहीं बल्कि दुनिया भर से लोग आकर सेरोगेसी से संतान प्राप्त कर रहे थे | विदेशो से आकर सेरोगेसी के जरिये बच्चा पैदा करने की असली वजह यहाँ कम खर्च में सेरोगेट मदर का मिलना है |
जहाँ विदेशो में सेरोगेसी से बच्चा प्राप्त करने में 40 से 45 लाख रूपये का खर्चा आता था वही भारत में यह काम केवल 10 से 15 लाख रूपये में ही हो जाता था | इसमें सेरोगेट मदर की अच्छी देखभाल के अलावा उन्हें 3 से 4 लाख रूपये मिल जाते थे |
क्यों लाना पड़ा सरकार को कानून
सेरोगेसी के व्यसायिक उपयोग को लेकर कई बार विवाद की स्थितियां पैदा हुई जिनकी वजह से सरकार को सेरोगेसी बिल लाना पड़ा | इसकी वजह कई बार सेरोगेट मदर के साथ गलत व्यव्हार, सेरोगेट मदर का शोषन तो था ही इसके अलावा कई बार पैदा हुए बच्चो को छोड़ देना भी था |
इसमें विवाद तब भी पैदा हो जाता था जब सेरोगेट मदर का लगाव अपने पेट में पल रहे बच्चे के प्रति हो जाता था और वो उसे देने से मन कर देती थी , इसके अलावा किन्ही किन्ही केस में बच्चा अगर विकलांग हो जाता था तो ऐसे में वे कपल बच्चे को छोड़ जाते थे | इन्ही सभी बातो को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने सेरोगेसी के लिए 2016 में एक बिल लेकर आयी |
सेरोगेसी बिल में क्या है
- अब केवल शदीशुदा जोड़े ही सेरोगेसी के जरिये बच्चे पैदा करवा सकेंगे | उनकी शादी को कम से कम 5 साल पुरे हो चुके हो | और उन दोनों में से कोई एक बच्चा पैदा करने में असक्षम हो जिसका मेडिकल प्रूफ उन्हें देना होगा |
- जो जोड़ा सेरोगेसी से बच्चा चाहता है उनकी उम्र महिला की 23 से 50 और पुरुष की 26 से 55 होनी आवश्यक है |
- सेरोगेट मदर का भी विवाहित होना जरुरी है | और उसका पहले से एक बच्चा होना चाहिए इसके बाद ही वो सेरोगेट मदर बनने के योग्य मणि जाएगी |
- सेरोगेट मदर नजदीकी रिश्तेदार होनी चाहिए |
- सेरोगेट मदर को केवल एक ही बार सेरोगेसी से केवल एक बार ही बच्चा पैदा कर सकेगी |
- सेरोगेट मदर को केवल उसका खानपान और सेहत के ध्यान रखने के लिए ही पैसा दिया जा सकेगा , अन्यथा अगर अधिक पैसे दिए गए तो यह कमर्शियल सेरोगेसी अपराध के अंतर्गत आएगा |
- इसके आलावा किसी भी कानून के उल्लंघन होने पर जुरमाना और कैद का प्रावधान भी इस सेरोगेसी बिल में रखा गया है |
हम उम्मीद करते है की आज की यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद सिद्ध होगी | आगे भी हम सेहत से जुडी ऐसी ही उपयोगी जानकारी आपके लिए लाते रहेंगे | अगर आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे लाइक और शेयर करें | अगर आपके पास कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करें |