माँ बनने से बड़ा सुखद अहसास एक महिला के लिए और कुछ नहीं होता | प्रेगनेंसी के पहले दिन से लेकर नवें महीने के आखिर तक वह हर एक दिन एक नई दुनिया में जीती है और इंतजार करती है अपने बच्चे के आने का |
यु तो प्रेगनेंसी के हर महीने में ख्याल रखना पड़ता है लेकिन प्रेगनेंसी का नवां महीना आते ही दिल की धड़कन तेज हो जाती है और इस महीने में प्रेगनेंट महिला का खास ख्याल रखना पड़ता है | नवें महीने के आते आते बच्चे का पूरी तरह विकास हो जाता है , और माँ पेट में बच्चे की हलचल को महसूस कर सकती है , बच्चे का घूमना उसका लात मारना उसे महसूस होता है | इसलिए इस महीने में गर्भवती महिला को ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत होती है | तो आइये जानते है कोनसी है वे सावधानिया जिन्हे प्रेगनेंसी के 9 वें महीने में ध्यान रखना चाहिए |
जानिए क्या होता है नवें महीने में पेट में बच्चे के साथ
- नवें महीने के आते आते बच्चे का विकास लगभग पूरा हो जाता है |
- इस समय बच्चे के शरीर के विकास के लिए वसा इकट्ठी करता है , इसलिए इस समय खानपान में पौष्टिक चीजों का सेवन करना चाहिए |
- डिलीवरी से कुछ सप्ताह पहले बच्चा निचे की और आता है और उसका सर निचे और पांव ऊपर की और हो जाते है |
- नवें महीने में बच्चे का विकास पूरी तरह हो जाता है , इसलिए उसको घूमने के लिए जगह नहीं मिलती , इसलिए उसकी शारीरिक गतिविधियों में कमी आती है |
- बच्चे के वक्र कई लीटर मूत्र उत्पन्न कर रहे होंगे |
प्रेगनेंसी के नवें महीने में रखे ध्यान खानपान का
प्रेगनेंसी के दौरान आप जो खाती है उसका प्रभाव आपकी सेहत पर तो पड़ता है ही साथ ही आपके बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है | इस समय अधिक देर तक भूखे नहीं रहना चाहिए | और दिन में तीन बार अधिक खाने के बजाय थोड़ा थोड़ा 5 से 6 बार में खाना चाहिए | इस दौरान विटामिन, मिनरल्स, और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से युक्त भोजन करना चाहिए | इस समय ताजे फल , सब्जिया और फलों के जूस का सेवन करना चाहिए | साथ ही कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करना चाहिए | और इसके अलावा कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थो को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए |
प्रेग्नेंसी के नवें महीने में क्या करें क्या नहीं
- प्रेगनेंसी के नवें महीने में आप अगर अपने आप को स्वस्थ महसूस कर रही है तो झाड़ू और पोंछा लगा सकती है | लेकिन अगर पोंछा लगाने में परेशानी आये तो सिर्फ झाड़ू लगायें | इससे आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है |
- प्रेगनेंसी के अंतिम दिनों माँ आप अपने माइंड पर कोई भी स्ट्रेस ना लें , तनाव मुक्त रहे यह आपके और आपके बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बढ़िया है |
- प्रेगनेंसी के दौरान शरीर को बहुत अधिक काम ना करें | अधिक से अधिक आराम करें |
- प्रेग्नेंसी के दौरान भारतीय शौचालय का प्रयोग करें , इससे डिलीवरी के वक्त आपको आसानी होती है |
प्रेग्नेंसी के नवें महीने में आ सकती है ये कठिनाइयाँ
- प्रेगनेंसी के अंतिम दिनों में शरीर में ऐठन, सीने में जलन, अपच, पेशाब की अधिकता जैसी परेशानिया सामने आ सकती है |
- इस दौरान आपका वजन बढ़ सकता है या फिर बहुत कम हो सकता है |
- गर्भावस्था के अंतिम दिनों में पीठ का दर्द बढ़ सकता है |
- प्रेगनेंसी के नवें महीने में नाभि भी बाहर की और आ जाती है |
- नवें महीने में अगर सामने आये ये कठिनाई तो करें डॉक्टर से संपर्क
- नवें महीने में हल्का दर्द होना सामान्य बात है लेकिन अगर दर्द तेज हो तो डॉक्टर से संपर्क करें |
- अगर नवें महीने के दौरान सफ़ेद द्रव्य निकले तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए |
- अगर नवें महीने में बुखार आये और बीपी कम या ज्यादा हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए |
- अगर सीने में दर्द हो तो भी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए |
- डॉक्टर ने जो डेट डिलीवरी की दी है उस पर दर्द हो या ना हो डॉक्टर के पास जरूर जाएँ |
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