दुनिया में अगर कोई सबसे बड़ा सुख है तो वो है निरोगी काया | मतलब आप स्वस्थ हो और आपके कोई तरह की तकलीफ और बीमारी ना हो | लेकिन आज के समय में अधिकतर लोग इस सुख से वंचित है | और इसकी सबसे बड़ी वजह है हमारा खानपान और बदलती जीवनशैली | आज के समय में जंक फ़ूड और बाहर का खाना लोगों को अधिक पसंद आने लगा है | जिसके कारन बेडोल शरीर बढ़ती चर्बी की समस्या सामने आने लगी है | इसके अलावा आज के समय में रीढ़ की हड्डी का दर्द भी लोगो की बड़ी परेशानी की वजह है | अगर आप भी इन समस्याओ से पीड़ित है तो परेशान ना हो | आज हम आपको सर्पासन के बारे में बताएंगे जो की चर्बी को घटाने और मेरुदंड की समस्या के साथ और भी कई परेशानियों के लिए रामबाण इलाज है |
सर्पासन को भुजंगासन के नाम से भी जाना जाता है | इस आसान में शरीर की स्थिति सर्प की जैसी बनती है इसलिए इसे भुजंगासन कहते है | इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक साफ़ और समतल स्थान पर एक चटाई या दरी बिछायें | अब उस पर पेट के बल लेट जायें | दोनों पैरो को बिलकुल सीधा रखे , पैरों के तलवे ऊपर की और रखे , दोनों अंगूठो को पास पास मिला लें | अब अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़ लें | और दोनों हथेलियों को अपने सीने का पास जमीन पर टिका दें | अब धीरे धीरे अपने सर को ऊपर की और उठायें , फिर अपनी गर्दन और फिर अपने सीने को और अंत में पेट को भी ऊपर उठा लें | अब नाभि से निचे का हिस्सा आपका जमीन पर टिका होगा और नाभि से ऊपर का शरीर हवा में उठा होगा |
अब अपने सर और गर्दन को अधिक से अधिक पीछे की और ले जाने की कोशिश करें | जिस तरह सर्प फैन फैलता है , आपके शरीर की स्थिति भी वैसी ही होगी | अब सर को और पीछे ले जाकर ऊपर आकाश की और देखें | इस स्थिति में आपकी कमर और पेट पर दबाव बनेगा | अब थोड़ी देर तक इसी स्थिति में बने रहे | अब स्वांस छोड़ते हुए धीरे धीरे अपने नाभि से ऊपर के शरीर को नीचे की और लाएं | सबसे पहले पेट फिर सीना और अंत में सर को जमीन पर टिका दे | अब धीरे धीरे शरीर को ढीला छोड़ दे | कुछ देर तक आराम करने दुबारा इस प्रक्रिया को दोहराएं |
भुजंगासन के लाभ
- भुजंगासन करने से आपके पेट की चर्बी कम होती है और मोटापा घटने लगता है |
- भुजंगासन से शरीर में स्फूर्ति आती है और थकान दूर होती है |
- भुजंगासन से मेरुदंड यानि की रीढ़ की हड्डी की परेशानी दूर होती है |
- भुजंगासन करने से आपका शरीर लचीला बनता है |
- भुजंगासन का नियमित अभ्यास करने से आपका पाचन अच्छा होता है , और पेट में बनने वाली कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या दूर होती है |
- इस आसान को करने से आपके हाथ, पांव, कंधे, गर्दन और सीने की मांसपेशिया मजबूत होती है |
- इस आसान को करने से शिघ्नप्तन और स्वप्नदोष की समस्या भी दूर होती है |