क्या वाकई में सिकंदर विश्वविजेता था ?

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सिकंदर को महान कहा जाता है और ग्रीक इतिहासकारों ने तो यह भी कहा था की उसने आधी दुनिया जीत ली है | लेकिन सिकंदर के इतिहास को लेकर पूर्व के देशो की राय भिन्न है | ग्रीक इतिहास के अनुसार सिकंदर ने पुरु जिसे की भारतीय इतिहास में पोरस कहा जाता है | को युद्ध में हरा दिया था | लेकिन चीनी और ईरानी इतिहासकारों की बात को माने तो पोरस के साथ युद्ध में सिकंदर की सेना को भरी क्षति हुई थी जिसकी वजह से वह पोरस से संधि करके लोट गया था | 

आज हम आपको बताने जा रहे है उस सिकंदर के बारे में जिसे इतिहास में महान कहा गया है लेकिन अगर आप उसके जीवन की पूरी सच्चाई जान लेंगे तो आप अपनी राय बदल देंगे | 

सिकंदर का जन्म और सत्ता प्राप्ति

सिकंदर जिसे की अलेक्जेंडर दा ग्रेट कहा जाता है उसका जन्म 356 ईसा पूर्व मेसेडोनिया में हुआ था | उसके पिता फिलिप थे जो की मेसेडोनिया के ग्रीक राजा था | फिलिप ने कई शादिया की थी जिनसे उसके कई बच्चे थे | जब सिकंदर 20 साल का हुआ था उसके पिता फिलिप की हत्या करवा दी गयी | कहा तो यह भी जाता है की सिकंदर की माँ ने ही उसके पिता की हत्या करवा दी थी | पिता की मृत्य के बाद मेसेडोनिया की सत्ता पाने के लिए सिकंदर ने अपने कई सौतेले भाइयों को मरकर वह वहां का राजा बन बैठा | 

सिकंदर के गुरु का नाम अरस्तु था जिसे की बहुत बड़ा दार्शनिक और चिंतक माना जाता है उसने सिकंदर के मन में विश्वविजेता बनने की इच्छा पैदा की | ऐसे में वह ईरान, सीरिया,  मिश्र, होता हुआ भारत तक पहुंच गया | सिकंदर एक क्रूर व्यक्ति था | और अपनी जीत के रास्ते में आने वाली हर चीज को वह तबाह और बर्बाद करता हुआ आगे बढ़ता जाता था | उसने कई नगरों को खंडर बना दिया था | 

फारस को जीता था सिकंदर ने

सिकंदर ईरान से आगे फारस की और बढ़ा तह वहां राव शुजा का शासन था | फारस एक बहुत बड़ा साम्राज्य था | ऐसे में सिकंदर से फारस के राजा शाह दारा  के 3 युद्ध हुए | और इन तीनो युद्ध में सिकंदर की विजय हुई | हारने पर शाह दारा ने सिकंदर से संधि कर ली और अपनी बेटी रुखसाना से उसका विवाह कर दिया | फारस को जीतकर सिकंदर ने एक बहुत बड़ा विजयी जुलुस निकाला | इस जीत के बाद वह अपने आप को विश्व विजेता समझने लगा था |   इस विजय से उत्साहित होकर ही वह भारत की और आगे बढ़ा | उस समय भारत अलग अलग गणराज्यों में बनता हुआ था | और उस समय गांधार तक्षशिला  जो की आज अफगानिस्तान में है वह पर राजा आम्भी का राज्य था |  सिकंदर से युद्ध करने के बजाय राजा आम्भी ने सिकंदर के सामने घुटने टेक दिया और आत्म समर्पण कर दिया | 

पोरस से मिली थी करारी शिकस्त सिकंदर को

इसके बाद सिकंदर और आगे बढ़ा लेकिन अब उसकी राह रोके खड़ा था सिंधऔर पंजाब के एक बड़े हिस्से पर शासन करने वाला राजा पोरस | सिकंदर ने तक्षशिला के राजा आम्भी के द्वारा पोरस के पास अपनी अधीनता स्वीकार कर लेने का प्रस्ताव भेजा | लेकिन पोरस ने वीरता के साथ उसके प्रस्ताव को ठुकराकर युद्ध को चुना |

सिकंदर पोरस से लड़ने के लिए झेलम नदी को पार कर आगे बढ़ा | लेकिन वह इस बात से अनजान था की यह लड़ाई अब तक लड़ी गयी लड़ाइयों से भिन्न थी | पोरस की सेना में पैदल, घुड़सवार सैनिको के अलावा बड़ी संख्या में हाथी भी थे | युद्ध होने पर पोरस के इन हाथियों की सेना ने सिकंदर की सेना को गाजर मूली की तरह रोंद डाला |

ऐसे में यवनों की सेना घबरा गयी | और जिन यवनो ने हमेशा आसान विजय पायी थी उन्हें युद्ध में मिली इस तरह की जबरदस्त टक्कर की उम्मीद नहीं थी |  सिकंदर समझ गया था था की वह यह युद्ध नहीं जीत सकता इसलिए उसने पोरस के पास संधि का प्रस्ताव भेजा जिसे राजा पोरस ने स्वीकार कर लिया | और आने वाले युद्धों में पोरस ने सिकंदर की सहायता की | 

सिकंदर व्यास नदी तक पहुंच गया था इस बिच उसकी लड़ाई कई छोटे छोटे भारतीय गणराज्यों से हुई जिसमें से कठ जाती से हुई लड़ाई प्रसिद्ध रही | इस लड़ाई में कठों ने यवनों के छक्के छुड़ा दिए लेकिन संख्या में कम होने से वे ये युद्ध हार गए और सिकंदर की जीत हुई |

यूँ तो सिकंदर लड़ते लड़ते व्यास नदी तक पहुंच गया था और उसका इरादा और आगे बढ़ने का था लेकिन इन लड़ाइयों में वह समझ गया था की इस धरती पर पार पाना आसान काम नहीं है | और उसे ये भी पता चला की व्यास नदी के पार करते ही धनानंद का शासन है | जिसके पास 2,50,000 सैनिक 20 हजार घुड़सवार और 6 हजार हाथी है ऐसे में उसने आगे बढ़ने का इरादा त्याग वो वापिस लोट गया | 

इस वजह से हुई थी सिकंदर की मौत

और वापिस लौटने के दौरान ही उसकी 32 साल की छोटी सी उम्र में मृत्यु हो गयी | सिकंदर की मृत्यु कैसे हुई इसके बारे में इतिहासकारों की अलग अलग राय है | ऐसा कहा जाता है की मलेरिया के कारन सिकंदर की मृत्यु हुई | कुछ इतिहासकारो का यह भी कहना है की युद्ध में तीर से घायल होने की वजह से उसकी मृत्यु हुई | और कुछ लोग सिकंदर की हत्या की आशंका भी जताते है |

इसी के साथ हम उम्मीद करते  यह लेख आपको पसंद आया होगा अगले लेख में हम आपको किसी और महान हस्ती के बारे में बताएंगे | धन्यवाद |

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