इस प्रकृति ने महिलाओ की रचना सबसे खूबसूरत और विचित्र तरीके से की है | शारीरिक सहनशीलता में वे पुरुषों से बहुत आगे होती है | प्रसव और हर महीने होने वाले पीरियड के दर्द को सहकर भी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में वे अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाती है | उम्र बढ़ने के साथ साथ महिलाओ के शरीर और स्वास्थ्य में कई तरह के बदलाव आते रहते है | लेकिन इन बदलाव और स्वास्थ्य की परेशानिओ को लेकर वे अपने मन की बातें किसी के साथ शेयर नहीं कर पाती है |
महिलाओं में हार्मोनल इम्बैलेंस यनि की हार्मोन का असंतुलन और irregular पीरियड यानि की अनियमित मासिक धर्म बहुत ही कॉमन है और यह दोनों ही समस्याए आपस में जुडी हुई है |
क्या होता है मासिक धर्म
फ्रेंड्स menstrual cycle यानि की मासिक धर्म महिलाओ में चलने वाला एक चक्र होता है जो की 28 से 30 दिनों का होता है इसमें 2-4 दिन ऊपर निचे होना सामान्य बात है | लेकिन कई बार कुछ समस्याएँ आ जाती है जैसे की जल्दी जल्दी यानि की 1 महीने में ही 2 बार पीरियड का आ जाना या बहुत लेट जैसे की 2 महीने तक पीरियड का ना आना | इसके अलावा पीरियड के समय में अधिक ब्लीडिंग या कम ब्लीडिंग होना | समय पर ध्यान ना देने से ये बीमारी गंभीर रूप ले लेती है और इसकी वजह से और तरह की समस्याएँ भी सामने आने लगती है |
अनियमित मासिकधर्म ( irregular periods) के कारन
वैसे तो इसके पीछे कई तरह के कारण होते है लेकिन एस्ट्रोजन इसका सबसे मुख्य कारण होता है | एस्ट्रोजन एक तरह के हार्मोन्स होते है, और यह आदमी और महिलाओं दोनों में पाए जाते है | लेकिन महिलाओ के शरीर में इनका अधिक प्रभाव होता है | एस्ट्रोजन हार्मोन्स महिलाओं के शरीर में उनकी बनावट, विकास और मासिक धर्म से लेकर प्रेगनेंसी सभी चीजों को प्रभावित करता है | और यही वह हार्मोन है जिसकी वजह से एक लड़की अपने व्यस्क अवस्था यानि की प्यूबर्टी को धारण कर पाती है |
महिलाओं के शरीर में इन हार्मोन्स का संतुलित रहना बेहद जरुरी होता है, इनकी वजह से ही महिलाओ में मासिक धर्म सही तरीके से चलता है | इससे हड्डिया मजबूत रहती है, साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी सही रहता है और इस हार्मोन की वजह से ही दिल, त्वचा और मांसपेसियों पर भी प्रभाव पड़ता है |
अनियमित मासिक धर्म होने पर आने वाली समस्याऐं
महिलाओं के शरीर में गर्भाशय इन हार्मोन्स का मुख्य स्त्रोत होती है | इन हार्मोन्स की कमी और अधिकता दोनों ही शरीर के लिए हानिकारक होती है | पीरियड्स की अनिमितता, अचानक से गर्मी लगना,रात में अधिक पसीना आना, सोने और नींद आने में तकलीफ होना , योनि में सूखापन, मूड्स स्विंग्स, वजन घटना , सर दर्द होना, सेक्सुअल डिजायर में कमी और त्वचा के सूखने जैसी समस्याए एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारन होती है |
वही दूसरी और एस्ट्रोजन के शरीर में बढ़ने से वजन बढ़ना , कमर और उसके निचले वाले हिस्सों में चर्बी बढ़ना , पीरियड्स के दौरान बहुत कम या बहुत अधिक ब्लीडिंग होना , चिड़चिड़ापन, और थकान , पीरियड्स का ज्यादा दिनों तक चलना , स्तनों में दर्द होना, और डिप्रेसन होना इस तरह की प्रॉब्लम एस्ट्रोजन हार्मोन्स के बढ़ने से हो जाती है |
सही समय पर ध्यान देना है जरुरी
फ्रेंड्स यह बीमारी समय के साथ साथ बढ़ती रहती है और आगे चलकर गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकती है | और इसकी वजह से गर्भ धारण करने में भी समस्या आ सकती है | ऐसे में अगर इस बीमारी पर सही समय पर ध्यान नहीं दिया जाये तो महंगे महंगे आपरेसन कराना ही अंतिम विकल्प बचता है | तो फ्रेंड्स इन्ही सभी समस्याओ को समय रहते दूर करने के लिए हम आपको बताएंगे कुछ बहुत ही आसान और असरदार घरेलु नुस्खे | और साथ ही हम उन सावधानियों के बारे में भी बताएंगे जिन्हे अगर आप ध्यान रखती है तो यह प्रॉब्लम कभी आपको होगी ही नहीं |
अनियमित मासिक धर्म में असरदार घरेलू नुस्खे
गाजर और चुकंदर का जूस है अनियमित मासिक धर्म में फायदेमंद
फ्रेंड्स अनियमित मासिक धर्म और हार्मोनल इम्बैलेंस को दूर करने के लिए जो सबसे पहला नुस्खा है वो है गाजर और चुकंदर का जूस | गाजर और चुकंदर को बराबर मात्रा में मिलाकर उसका जूस बना ले और रोज सुबह इसे पिए | यह आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है इसके अलावा इसमें प्रचुर मात्रा में आइरन पाया जाता है जो की irregular पीरियड्स के लिए सबसे ज्यादा असरदार होता है | अगर आपको सही समय पर पीरियड नहीं आते है और कम ब्लीडिंग होती है तो आपको इसका सेवन जरूर करना चाहिए | इसके अलावा आप रोज सुबह लौकी का जूस भी पी सकती है | यदि आपको पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक ब्लीडिंग होती है या समय से पहले जल्दी जल्दी पीरियड आते है तो ऐसे में लौकी का जूस पीना बहुत फायदेमंद होता है |
व्हीटग्रास जूस है अनियमित मासिक धर्म में फायदेमंद
वे महिलायें जो अधिक जंकफूड खाती है ,या वअधिक दवाइया लेते है या वे जिन्होंने kontroseptic पिल्स का अधिक इस्तेमाल किया है, उनके सामने भी इस तरह की समस्याए सामने आती रहती है | इस कारन यह जरुरी हो जाता है की शरीर में दवाइयों और जंकफूड के प्रभावों को दूर किया जाये | और शरीर को डिटॉक्सिफाइड किया जाये | ऐसे में व्हीटग्रास जूस बहुत फायदेमंद हो सकता है | इसे आप आसानी से घर में ही गमलो में ऊगा सकते है इसके अलावा यह बाजार में भी आसानी से मिल जाता है | व्हीटग्रास के अंदर क्लोरोफिल अधिक मात्रा में पाया जाता है | इसके अलावा इसमें विटामिन्स और मिनरल्स की भी अच्छी मात्रा होती है | जो की हमारे डाइजेशन को ठीक करते है | इसके अलावा यह हमारे खून में वृद्धि करने के साथ साथ उसे बढाती भी है |
ध्यान रखे की इसका सेवन सुबह करना है, और इसके सेवन से 1 घंटे पहले और 1 घंटे बाद किसी और चीज का सेवन नहीं करना है | इस जूस के 1 महिने के नियमित इस्तेमाल से हार्मोनल इम्बैलेंस और अनियमित मासिक धर्म की प्रॉब्लम पूरी तरह से ठीक हो जाती है |
तिल और सोंठ का यह नुस्खा फायदेमंद है अनियमित मासिक धर्म में
इसके अलावा एक और नुस्खा है जिसके लिए आधा चम्मच तिल और आधा चम्मच सोंठ पावडर को मिलाये और फिर उसमे 1 चम्मच गुड़ को मिलाकर इन तीनो को अच्छी तरह से मिक्स कर ले | और फिर इसे 1 गिलास पानी में डालकर इसे तब तक उबालें जब तक पानी की मात्रा आधी ना हो जाये | बाद में इसे छान ले और ठंडा करके पी ले | 2 महीने तक इसका सेवन करने से अनियमित पीरियड्स की प्रॉब्लम में बहुत फायदा मिलता है |
इन फलों के रस के सेवन से फायदा मिलता है अनियमित मासिक धर्म में
इसके अलावा आप पालक, एलोवेरा, अंगूर, और कच्चा पपीता इनके जूस का भी सेवन कर सकते है | इन जूस को रोजाना सुबह शाम पीकर आप पिरयड्स और हर्मोन्स से जुडी सभी तरह की समस्याओं में फायदा पा सकती है |
इसके अलावा और भी कुछ आयुर्वेदिक इलाज है जो आप कर सकती है | यदि आपको अधिक ब्लीडिंग हो रही है तो आप शीशम के पत्तो का जूस पी सकती है | यह आपको किसी भी आयुर्वेदिक या पतंजलि स्टोर पर आसानी से मिल जायेगा | शीशम के पत्तो के जूस की नियमित सेवन से अधिक ब्लीडिंग की समस्या से निजात मिलती है और पीरियड्स में नियमितता आ जाती है | अगर आप चाहे तो शीशम के पत्तो के जूस का लौकी की जूस के साथ मिलकर भी सेवन कर सकती है |
ये आयुर्वेदिक जड़ी भी फायदेमंद है अनियमित मासिक धर्म में
इन नुस्खों के अलावा आप अश्वगंधा का भी सेवन कर सकती है | अश्वगंधा अनियमित पीरियड्स की समस्या के लिए असरदार औषधि है | यह किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर पर आपको आसानी से मिल जाएगी | आप रोजाना 1 चम्मच सुबह शाम दूध के साथ इसका सेवन कर सकती है | यदि आप दुबली पतली है या पीरियड और हार्मोन्स से जुडी कोई प्रॉब्लम है तो अश्वगंधा का सेवन करने से आपको इन समस्याओ में बहुत फायदा मिलेगा |
साथ ही रखे कुछ सावधानियां
यदि आपके पीरियड्स सही समय पर नहीं आते है या बहुत कम ब्लीडिंग होती है, तो ऐसे में आपको पीरियड आने के 5 से 6 दिन पहले तक कोई भी ठंडी चीज नहीं खानी है |
यदि आपका वजन बहुत अधिक या बहुत कम है, तो अपनी हाइट और उम्र के हिसाब से पोस्टिक आहार लेकर ही अपना वजन बढ़ाने और घटाने की कोसिस करे | ज्यादा तली हुई चीजे और चाय और कॉफी का सेवन कम से कम करना चाहिए | चाय में पाए जाने वाला कैफीन आपकी पीरियड्स की समस्या को और बढ़ा सकता है | इसके अलावा वजन घटाने और बढ़ाने से भी पीरियड्स जैसी समस्या हो जाती है | अगर आप अपने वजन को घटाने के लिए एक्स्ट्रा डाइट करते है या बहुत अधिक एक्ससाइज करते है तो यह भी इर्रेगुलर पीरियड्स का एक कारन हो सकता है |
वे महिलाये जो बहुत अधिक बीमार रहती है, और अधिक दवाइया लेती है या अधिक गर्भनिरोधक गोलिया का सेवन किया है, तो इसकी वजह से भी आपका मासिक धर्म अनियमित हो सकता है |स्ट्रेस भी हार्मोनल इंबैलेंस का एक बड़ा कारन होता है, इसलिए कोसिस करे की स्ट्रेस फ्री लाइफ जिए | इसके अलावा अपने डेली रूटीन में योग और एक्सेरसाइज को जरूर शामिल करें |
फ्रेंड्स हम उम्मीद करते है की आज का यह जानकारी आपके जीवन में बहुत ही फायदेमंद सिद्ध होगी | आगे भी हम आपके लिए ऐसी ही उपयोगी जानकारी लाते रहेंगें | तो फ्रेंड्स अगर आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो लाइक और शेयर करें | अगर आपकी कोई राय या सुझाव हो तो कमेंट करें|