यदि आप बवासीर की समस्या से परेशान है तो इस लेख को पूरा पढ़ें इस लेख में आप जानेंगे बवासीर का सबसे असरदार घरेलू ईलाज के बारे में | अगर आपको पेट में अक्सर कब्ज रहता है या आप अधिक फास्टफूड खाते है तो यह आपके पाईल्स का कारन बन सकता है | फास्टफूड में रेशे नहीं होते है जिसकी वजह से कब्ज हो जाती है और यह आगे चलकर बवासीर की बीमारी बन जाती है |
पाईल्स यानि बवासीर की बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है | पाइल्स की बीमारी एकदम से होने वाली बीमारियों में से नहीं है | लम्बे समय की हमारी गलत जीवनशैली के कारन पाइल्स की समस्या होती है और यह बीमारी धीरे धीरे बढ़ती जाती है | यही वजह है की पाइल्स की समस्या को किसी भी नुस्खे से रातों रात या कम समय में ठीक नहीं किया जा सकता है | पाईल्स की बीमारी को पूरी तरह से ठीक करने के लिए कुछ परहेज और सावधानी बरतने के साथ साथ एक से अधिक उपाय करने की जरुरत होती है |
अगर आपको रहता है कब्ज तो हो सकती है पाईल्स की समस्या
जिन भी लोगो को कब्ज और पेट ख़राब होने की समस्या अधिक रहती है उन लोगो को पाइल्स की समस्या होने के सबसे अधिक चांस रहते है | महिलाओं में प्रेगनेंसी के समय भी पाइल्स की समस्या हो जाती है | इसके अलावा जिन लोगो को हाई ब्लडप्रेशर की समस्या रहती है, उन्हें भी पाईल्स होने के खतरा अधिक होता है | अगर आपके परिवार में पहले भी किसी को पाइल्स की समस्या रही है तो आपको भी पाइल्स होने के चांसेज है |
पाइल्स की समस्या हमारे गुप्तांग यानि की प्राइवेट पार्ट में होती है इसलिए अधिकतर लोग इसे दुसरो से छुपाते है | और इसे किसी के साथ शेयर करने में भी झिझकते है | यही वजह की सही समय पर ध्यान नहीं देने और सही सलाह नहीं लेने की वजह से यह समस्या समय के साथ साथ गंभीर होती जाती है |
पाइल्स की असली वजह पेट से शुरू होती है और जितनी भी बीमारिया हमारे पेट की वजह से होती है अगर उन पर सही समय पर ध्यान दे दिया जाये तो उन्हें आसानी से ठीक किया जा सकता है | लेकिन अधिक समय हो जाने पर इन बीमारियों से निजात पाने में बढ़ी मुश्किल हो जाती है | इसलिए जैसे ही इस बीमारी से सम्बंधित कोई भी लक्षण दिखाई दे उसी के साथ पहले ही दिन से इसका उपचार शुरू कर देना चाहिए |
जात्यादि ऑइल से ठीक होगी पाईल्स की समस्या
पाइल्स की समस्या को तेजी से ठीक करने के लिए हम इस्तेमाल करेंगे जात्यादि ऑइल का | इससे पाइल्स की समस्या बहुत तेजी से ठीक होती है | जात्यादि तेल में मुलेठी, हरड़, शहद और हल्दी जैसी 20 आयुर्वेदिक जड़ी बुटिया मिली होती है | यह पूरी तरह प्राकृतिक होता है | इस तेल का इस्तेमाल घावों को भरने और त्वचा से सम्बंधित कई तरह के रोगो को दूर करने के लिए किया जाता है | इस तेल की खासियत है की इसका असर पाइल्स के मस्सों पर बहुत तेजी से होता है | और एक बार ठीक हो जाने पर यह उस जगह के इन्फेक्शन को पूरी तरह ठीक कर देता है | जिससे की यह प्रॉब्लम दुबारा कभी भी नहीं होती है |
उपयोग करने की विधि
आइये अब जानते है की इसका इस्तेमाल कैसे करना है | एक रुई यानि की कॉटन के टुकड़े को जात्यादि तेल में अच्छी तरह भिगो ले | इस भीगे हुए कॉटन बॉल को अपने एनस यानि की गुदा द्वार पर लगाकर हलके हाथ से अंदर की और दबाये | ऐसा करने से कॉटन में मौजूद तेल निकलकर अंदर रेक्टम की और जायेगा और वहां के इफेक्टिव एरिया को तेजी से ठीक करेगा | लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना है की हमें एक बार में 2 से 3 ML तेल का ही इस्तेमाल करना है | अगर आप के मस्से ज्यादा अंदर की और है तो कोसिस करे की यह तेल उन तक पहुंचे |
इस तेल का इस्तेमाल 3 से 4 बार या दिन भर में जितनी भी बार आप शौच के लिए जाते है तब शौच जाने से पहले और और शौच जाने के बाद इस तेल का इस्तेमाल करे | और साथ ही सोने से पहले इस तेल को जरूर लगाए | रात में जो तेल से भीगा हुआ कॉटन आप लगा रहे है उसे पूरी रात भर उस जगह पर लगा रहने दे | इससे पाईल्स की प्रॉब्लम तेजी से ठीक होती है |
जात्यादि तेल का इस्तेमाल बवासीर और पाईल्स की प्रॉब्लम में पुराने समय से किया जाता आ रहा है | एक हफ्ते तक इसका इस्तेमाल करते रहने से आप कमाल का फर्क महसूस करेंगे | इसके अलावा भी हम और भी आयुर्वेदिक नुस्खों का इस्तेमाल कर सकते है |
आम के बीज, जीरा और जामुन के बीज से ठीक होगा पाइल्स
दूसरे नुस्खे के लिए हमें जरुरत होगी जामुन के बीज, आम के बीज और जीरा पावडर की | आम के बीज खुनी बवासीर में बहुत अधिक फायदेमंद होता है| जिन भी लोगो को पाइल्स की बीमारी लम्बे समय से है और खून आने की समस्या रहती है ऐसे में आम के बीज बहुत लाभकारी होते है |
बनाने की विधि
इस बनाने के लिए सबसे पहले आम और जामुन के बीजो को अच्छी तरह धोकर सूखा ले और इनके सूखने के बाद इनको पीसकर पावडर बना ले | आम के बीजो का पावडर बनाते समय आम के बीज के अंदर के भाग का ही इस्तेमाल करें | इसके बाद 50 ग्राम जामुन के बीज में 25 से 30 ग्राम आम की गुठली का पावडर और 25 ग्राम जीरे का पावडर डालकर इन सारी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स कर ले | इस तरह यह नुस्खा तैयार हो जायेगा | इस तैयार पावडर का सेवन रोजाना सुबह शाम बहुत हलके गरम पानी के साथ मिलाकर करे | इसमें मौजूद जामुन के बीज हमारे पेट को भी साफ़ करते है और हमारे स्टूल को भी नरम बनाते है | इससे हमारा पेट बिना किसी जोर लगाए आसानी से साफ़ हो पता है और किसी भी तरह के इन्फेक्शन को भी यह तेजी से ख़त्म करता है | इस चूरन का सेवन हमें सुबह और दिन के खाने के बाद ही करना है रात के समय इस चूर्ण का सेवन नहीं करना है |
पाईल्स में लाभकारी है अभ्यारिस्ट
अभ्यारिस्ट को बनाने में 15 से भी अधिक आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल किया जाता है | अभयरिस्ट पाइल्स की बीमारी में होने वाले दर्द में बहुत ही राहत प्रदान करता है | इसके लिए 1 कप हलके गर्म पानी में 2 से 3 चम्मच अभयरिस्ट की मिलाकर लेवे | आप कुछ ही दिनों में देखंगे की दर्द में कमी होगी और पाइल्स की समस्या भी धीरे धीरे ख़त्म होती जाएगी | एक बात का ध्यान रखे की इसका इस्तेमाल एक बार में 15 से 20 ml से अधिक ना करे, और प्रेग्नेंट महिलाओ को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए | प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन आपके स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है |
खानपान में शामिल करे
इसके अलावा अपने खानपान में कुछ चीजों को शामिल करके भी आप पाईल्स की समस्या में फायदा पा सकते है | इनमे सबसे प्रमुख है मूली और करेला | मूली और करेले का रस पाइल्स और बवासीर की समस्या में बहुत फायदेमंद होता है | यदि आपको खुनी या बादी किसी भी तरह के बवासीर की समस्या है तो आपको हफ्ते में तीन बार करेले का रस और हफ्ते में तीन बार मूली का रस जरूर पीना चाहिए | इससे इन्फेक्शन तेजी से ठीक होता है और दर्द में भी राहत मिलती है |
ये फल भी फायदेमंद है पाईल्स की समस्या में
इसके अलावा कुछ फल भी है जिन्हे आपको पाइल्स की समस्या होने पर खाना चाहिए | इनमे पपीता तरबूज,बील का फल, जामुन और नारियल पानी बहुत फायदेमंद होते है | बिल का फल पाईल्स में एक चमत्कारिक औषधि की तरह काम करता है | जिन लोगो को भी कब्ज या एसिडिटी की समस्या है उन्हें हफ्ते में 3 बार इसके शरबत या पावडर का सेवन जरूर करना चाहिए | इसके साथ ही दिन में एक समय नारियल पानी भी जरूर पीना चाहिए | नारियल पानी हमारे पेट में हुई गर्मी में ठंडक प्रदान करता है |
पाइल्स के दौरान पेट में बढ़ी जरा सी गर्मी भी अचानक या फ्रेश होने के बाद होने वाले दर्द का कारण बन सकती है | ऐसे में रोजाना खाली पेट आधा गिलास नारियल पानी पीना बहुत लाभकारी होता है |
इसके अलावा पेट को ठंडा रखने के लिए ताजा दही का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है | रोजाना दलिये और ओट्स के साथ दही का सेवन करने से शरीर को जरुरी फाइबर मिलता है और इससे हमारे पेट की गर्मी भी ख़त्म होती है |
रोटी करें कम और सलाद अधिक खाएं
इसके अलावा आपको सब्जी के रूप में पालक और कटहल का सेवन करना चाहिए | इनमे फाइबर और आइरन की अच्छी मात्रा होती है जो की बवासीर में बहुत ही फायदेमंद होते है | शरीर में आइरन और फाइबर की प्रचुर मात्रा में होने पर हमें स्टूलपास यानि की मल विसर्जित करने में किसी भी तरह की तकलीफ नहीं होती है | और इनके नियमित सेवन से शरीर को एनर्जी भी मिलती है | अगर आप रोजाना भोजन में रोटी खाते है तो आपको आधा पेट रोटी की बजाय सीजनेबल फलो और ग्रीन सलाद से भरना चाहिए | और रोटी बनाते समय उसमे थोड़ी मात्रा में जौ के आटे को भी मिला ले |
शरीर में पानी की कमी पाइल्स की बीमारी को और भी गंभीर स्थिति तक ले जा सकती है इसलिए इस दौरान अधिक से अधिक पानी पिए लेकिन 1 घंटे में 250 ml से अधिक पानी नहीं पिए |
ये सावधानियां भी है जरुरी
पाइल्स की बीमारी एक बहुत ही गंभीर और दर्दनाक बीमारी है | यह बीमारी चाहे शुरू के स्टेज पर हो या ठीक होने वाली हो लेकिन पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के लिए कुछ परहेज और सावधानियाँ रखना बहुत जरुरी है | इस दौरान खानपान में तीखा और मसालेदार भोजन को छोड़ देना चाहिए | तीखे पन के लिए आप हरी मिर्च का इस्तेमाल कर सकते है लेकिन इस दौरान लाल मिर्च का इस्तमाल बिलकुल कम से कम करना चाहिए | लेकिन अगर आप अनजाने में तीखी या मसालेदार चीजे खा लेते है तो उसके बाद अपने पेट में होने वाली गर्मी के लिए खीरे और पुदीने का जूस जरूर पिए | या फिर नारियल पानी का सेवन करे |
बवासीर होने पर मस्से होने और उनमे खून आने की प्रॉब्लम होती ही है | यह मस्से बढ़ी हुई बादी और फैट का ही रूप होते है | इसलिए इस समस्या में ऐसी चीजों का सेवन करना जो शरीर में बादी और फैट की मात्रा को और अधिक बढ़ाये वह भी इस बीमारी को दुगुनी रफ़्तार से बढ़ा सकता है | इसलिए मैदा से बनी चीजे जैसे ब्रेड, पाव, बिस्किट और टोस्ट का सेवन कम से कम करें | और साथ ही चर्बी पैदा करने वाली चीजे आलू , चना, चने की दाल, बेसन और सोयाबीन से बनी चीजों से जितना हो सके उतना दूर ही रहे | ये सारी चीजे शरीर में से पानी को सोखती है और कब्ज की समस्या को बढाती है | इस दौरान हमारा पेट पूरी तरह साफ़ रहना बहुत जरुरी होता है | क्युकी इस बीमारी की मुख्य जड़ ही कब्ज होता है |
इसलिए अगर पाइल्स के समय पेट साफ़ नहीं रहे तो इस बीमारी से बचना नामुमकिन है | इसलिए अधिक तली,मसालेदार,या फिर पैकिंग में आने वाली चीजे जिनमें प्रिजर्वेटिव की मात्रा अधिक होती है ऐसी चीजों का कम से कम सेवन करना चाहिए | और साथ ही जंकफूड को अवॉयड करे और घर का बना पोस्टिक आहार करें |
शराब और सिगरेट से रहें दूर
पाइल्स की बीमारी में असामान्य ब्लड प्रेशर इस बीमारी को और भी खतरनाक बना सकता है इसलिए इस दौरान ब्लडप्रेशर का सामान्य रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी है | इसलिए इस दौरान शराब सिगरेट और नॉन वेज का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए | साथ ही मीठे और ज्यादा खट्टी चीजे भी नहीं खानी चाहिए | खासकर जो बाहर की बनी हुई मीठी चीजे जैसे की आइसक्रीम , मिठाई और बेकरी आइटम जिनमे रिफाइन शुगर की मात्रा अधिक होती है जो की हमारे शरीर में पानी को कम करके हमारे मल को सख्त बनाती है | जिसकी वजह से शरीर में कब्ज तेजी से बढ़ता जाता है | साथ ही खट्टी चीजे जख्मो को और अधिक पकाने और बढ़ाने में गंभीर भूमिका निभाती है | इसलिए खट्टी चीजे इस बीमारी के दौरान बिलकुल नहीं खानी चाहिए |
हम उम्मीद करते है की आज की यह जानकारी आपके लिए बहुत अधिक फायदेमंद सिद्ध होगी | आगे भी आपकी सेहत से उपयोगी जानकारियां हम लाते रहेंगे | अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे लाइक और शेयर करें | अगर आपके कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करें, धन्यवाद |