बदहजमी है तो भूलकर भी ये चीजे ना खाये नहीं तो जिंदगी भर पछतायेंगे

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क्या आप किसी बीमारी से परेशान है और दवाइयों का कोई भी खास असर नहीं हो रहा है | ऐसे में बार बार डॉक्टर बदल कर भी बीमारी आपका पीछा नहीं छोड़ रही तो इसकी एक वजह और भी हो सकती है जिसके बारे में जानना बेहद जरुरी है | अक्सर हम बीमार होने पर दवाई तो ले लेते है | लेकिन दवाई या किसी भी नुस्खे का असर हमारी बीमारी पर तेजी से हो इसके लिए हमे हमारे खानपान और रूटीन लाइफ में कुछ परहेज और सावधानियों की जरुरत होती है लेकिन अक्सर में हम उनका ध्यान नहीं रखते है | जिससे एक तरफ तो हम बीमारी को दवाइयों और घरेलू नुस्खों से कम कर रहे होते है |  और दूसरी और कुछ उन चीजों को खाते रहते है जो की हमारी बीमारी को बढ़ाने का कारन बनते है | 

हेलो फ्रेंड्स स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर | आज हम बताएंगे की किन किन बीमारियों में क्या क्या चीजें खायी जा सकती है और क्या क्या चीजों को खाने से बचना चाहिए  | तो फ्रेंड्स सबसे पहले जानते है की अगर आपके पेट में बदहजमी हो तो आपको क्या क्या खाना चाहिए और किन किन चीजों को खाने से अवॉयड  चाहिए | 

बदहजमी में क्या खाएं

अगर आपके बदहजमी या कब्ज आदि की समस्या है तो ऐसे में मुंग, गेंहू, बाजरा थोड़ी मात्रा में , साबुतदाना, हरी सब्जिया जैसे पालक,मेथी, खा सकते है | इसके अलावा फलो में चीकू, अंगूर, जामुन, फालसा, आप खा सकते है | साथ ही बदहजमी में अगर आप ठन्डे पानी, छाछ और द्राक्षासव का सेवन करते है तो यह बहुत फायदेमंद होता है | 

बदहजमी में क्या खाने से बचें

 अब जान लेते है उन चीजों के बारे में जिन्हे खाने से बचना चाहिए | मिठाई , अचार, कच्चे और  खट्टे फल,बासी भोजन को बदहजमी रहने के दौरान नहीं खाना चाहिए | साथ ही मल और मूत्र को ना रोके  | और अपने पेट को और अपने मुंह को साफ़ रखे  | 

टाइफाइड होने पर क्या खाएं और क्या खाने से बचें

अब हम जानेंगे टाइफाइड यानि की मोतीझरा होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं | अगर आपको बुखार है तो केवल दूध ही पीना चाहिए इसके साथ आप डबलरोटी खा सकते है | टाइफाइड के दौरान रोजाना 1 से डेड किलो तक की मात्रा में पानी पीना चाहिए | अगर पिने में  चुने का निथरा पानी , सोडा वाटर , जो का पानी मिलकर पीना चाहिए | अगर दूध नहीं पचता है तो ऐसे में छाछ पिनी चाहिए | 

टाइफाइड के दौरान नहाना और कपडे नहीं धोने चाहिए | साथी ही इस दौरान मांस और मछली का सेवन भी नहीं करना चाहिए | 

क्षय रोग होने पर क्या खाएं और क्या ना खाएं

क्षय रोग यानि की टीवी होने पर आप हर प्रकार के पशु पक्षी के मांस का शोरबा, अंडे, मछलिया, मुंग की दाल, गेंहू, चने की रोटी , बकरी का दूध, मक्खन, घी और हरि सब्जिया खा सकते है | 

लेकिन क्षय रोग यानि की टीवी होने पर पान, उड़द की दाल, कुल्थी और दोबारा पकाया भोजन, आचार नहीं खाना चाहिए | साथ ही टीवी के रोगी को अधिक परिश्रम वाला काम नहीं करना चाहिए | साथ ही किसी का झूठा भोजन ना तो खाना चाहिए और ना ही खिलाना चाहिए | और इस दौरान सेक्स भी नहीं करना चाहिए | 

मूत्र रोग होने पर क्या खाएं और क्या ना खाएं

अगर आप को किसी भी तरह का मूत्र रोग है तो आपको पुराने चावल  , भुनी हुई मुंग की दाल , गाय के दूध की छाछ, पेठा , आम, परमल, ककड़ी इलाइची कबाब चीनी, इसबगोल , ताजे फल , मोठ और आम खा सकते है इस समस्या में ये फायदेमंद होते है | 

मूत्र रोग होने पर मटर , दही , राइ , चना , हींग, उबली हुई वस्तुए, केले को नहीं खाना चाहिए | इस दौरान अधिक काम, धुप में घूमना नहीं चाहिए | और इस दौरान सेक्स भी नहीं करना चाहिए | 

लकवा और गठिया होने पर क्या खाएं और क्या ना खाएं

अगर किसी को लकवा या गठिया रोग है और उसके जोड़ो में सूजन है तो उसे चुने का निथरा पानी दूध में मिलाकर दे सकते है | इसके अलावा मुंग या जो का पानी, दूध , और हरी सब्जिया इसमें फायदेमंद है | लेकिन लकवा या गठिया होने पर मिठाई, आलू, और बासी भोजन को अवॉयड करना चाहिए | तो आप जान ही चुके है की इन बीमारी में किन किन चीजों को खाना चाहिए और किन किन चीजों से दूर रहना चाहिए | बीमारिया और भी है जिनमे क्या खाना है क्या नहीं खाना चाहिए हम इसके बारे में अगले आर्टिकल में जानेंगें |

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